लखनऊ। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने प्रदेश सरकार से किसानों को संपूर्ण कर्ज माफी देने की मांग की है। प्रदेश अध्यक्ष ने रविवार को बयान जारी कर ललितपुर जिले के महरौनी विधानसभा क्षेत्र में किसानों को ऋण वसूली की नोटिस भेजे जाने की घटना पर तीखा आक्रोश जताया है। उन्होंने कहा है कि वसूली की नोटिस ने किसानों पर कोरोना के कहर को डबल कर दिया है। एक तरफ जहां लॉकडाउन की वजह से खेतों में खड़ी फसलों की कटाई नहीं हो पा रही है और दूसरे काम बंद हैं, वहीं दूसरी ओर ग्रामीण बैंकों द्वारा किसानों को नोटिस भेजे जाने से अन्नदाता मानसिक रूप से बेहद परेशान हैं। जब लोगों को खाने के लाले पड़े हैं तो लोग ऋण कैसे उतारेंगे? प्रदेश अध्यक्ष ने कहा है कि न केवल बैंकों ने गरीब किसानों को वसूली की धमकी दी है बल्कि चतुराई से लॉकडाउन के चलते अपनी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ने के लिए नोटिस दिया है। प्रदेश सरकार ने न सिर्फ गरीब किसानों का अपमान किया है बल्कि लॉकडाउन के आदेश का भी सरासर उल्लंघन किया है। लॉकडाउन का उल्लंघन करने के जिम्मेदार लोगों पर सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। अजय कुमार का कहना है कि पूरी दुनिया में जब कोरोना के कहर से निपटने के निजामुद्दीन लिए सरकारें आम जनता के लिए, किसानों के लिए, छोटे मंझले व्यापारियों के लिए राहत पैकेज का ऐलान कर रही हैं, वही वक्त यूपी की बीजेपी सरकार ने किसानों से वसलीका अभियान चला रही है इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। किसानों के प्रति कांग्रेस पार्टी की प्रतिबद्धता जाहिर है। बस याद दिलाने लिए इसका उल्लेख कर रहा हूं कि मनमोहन सिंह की सरकार के समय किसानों को दी गई ऋण माफी को लोग आज तक याद करते हैं। योगी सरकार से संपूर्ण ऋण माफी की मांग करते हुए लल्लू ने कहा है कि न केवल किसानों की ऋणामफी की जाए बल्कि जब लॉकडाउन खत्म हो तो इससे किसानों को हुए नुकसान का आंकलन किया जाए और उसके नुकसान के एवज में मुआवजा भी प्रदान किया जाए। किसानों को नोटिस भेजने के बजाय योगी सरकार को चाहिए कि मनरेगा जॉब कार्ड धारकों के खाते तक समय पर सहायता राशि ना पहुंचाएं, गरीब- मजदूरों के लिए मुफ्त में भोजन राश का इंतजाम कराए।