उत्तर प्रदेश
कानपुर
कानपुर/सेंट्रल रेलवे जहां रोज़ाना हजारो यात्रियों का आवागमन होता है यात्रियो को हर प्रकार की सुविधा प्रदान करने के लिए रेलवे सदैव तत्पर रहता है यात्रियों की सुरक्षा को लेकर खान पान तक का विशेष ध्यान रखा जाता है ताकि यात्रियों को यात्रा के दौरान स्वस्थ्य सम्बन्धी समस्याओ से ना गुज़रना पड़े परन्तु पैसो के दम पर रेलवे में काबिज कुछ ठेकेदार ज्यादा कमाने के चक्कर मे यात्रियों की सेहत के साथ खिलवाड़ करने पर तुले है दबंग ठेकेदार के नाम से प्रचलित अतुल व मुन्ना सड़े गले बासी खीरो को छिलवाकर उन्हें चोर रास्तो से दाखिल कर स्टालो पर बाहर से कई गुना महंगे दामो में धड़ल्ले से बिकवा रहे है जबकि रेलवे परिसर में कोई भी कटा सड़ा गला छिला फल यात्रियों को नही बेचा जा सकता है अतुल व मुन्ना की विभाग में सेटिंग होने की वजह से सब मुमकिन हो गया है जिन खीरो को किसान नष्ट कर देते है उनको छीलकर नया रूप देकर भोले भाले यात्रियों को खिलाया जा रहा है गोदाम में खीरा छिल रहे लड़को से हमने पूछा आखिर इतने घटिया और मोटे खीरे ही क्यों बेचे जाते है उनका कहना था मोटे और बड़े खीरे देखकर यात्री बहस नही करते है और खुशी खुशी खरीद लेते है छिले खीरे का विरोध करते है जो जो लोग विरोध करते है उनसे खीरा छीनकर आगे बढ़ने को कहते है.