<no title>एक दिव्य कोशिश... एक परिवार कि आपके जीवन में क्या अहमियत होती है आज देखा तो आंख भर आई...

3 महीने से बिछड़ी मां को परिवार से मिलाया


खलीलाबाद संत कबीर नगर उत्तर प्रदेश की निवासी सकीना उम्र लगभग 70 वर्ष जिनको 3 महीने पूर्व इनके बेटे ईदू ने जो एक तांगा चलाता है इन्होंने मार पीटकर बस में लखनऊ के लिए इनकी बेटी खैरुन्निसा के पास भेजने के लिए बैठा दिया था परंतु बस वाले ने इनको चिनहट में उतार दिया जहां यह भटकती हुई मिली अंजली पांडे  Brijendra Bahadur Maurya-journalist  द्वारा हमें फोन पर अवगत कराया गया बृजेंद्र मौर्य खुद बुखार की हालत में तेलीबाग से महानगर आए थे रात में ही इनको थाने महानगर से अपने सुपुर्दगी में लेकर मैं और दीपक महाजन जी सरोजिनी नगर स्थित वृद्धाश्रम में इन मां को रहने का स्थान दिलाया था तब से लगातार हम लोग यह प्रयास में थे कि इनमा सकीना को इनके परिवार से मिलाया जा सके अभी हमारा प्रोग्राम बना था की वर्षा जी जब अपने ससुराल गोरखपुर में 26 तारीख को दिवाली मनाने जाएंगी तब इन मां को साथ में लेकर हम जाएंगे और मैं खलीलाबाद उतर जाऊंगा वहां से 40 किलोमीटर दूर इनके गांव में इनको छोडूंगा परंतु इनमें से बात होने पर उन्होंने कहा मैं अपने बेटे ईदू के पास नहीं जाऊंगी वह मारता पीटता है मुझे अपनी लड़की के पास ही जाना है हम लोगों ने फेसबुक पर और व्हाट्सएप पर इनके ढूंढने का प्रयास किया किसी व्हाट्सएप ग्रुप से किसी ने देखा उसने मैसेज खलीलाबाद स्थित अपने दोस्त को किया उस दोस्त ने इनके घर जाकर उनके बेटे ईदू से मेरी बात कराओ उनसे तत्काल मैंने इनकी बहन का नंबर लिया जो लखनऊ में ही रहती है तब पता चला इनकी बहन अमौसी एयरपोर्ट के सामने रहती है जिस से बात करने पर बेटी बहुत खुश हो गई मां से मिलने के लिए आज शाम हम लोगों ने मां सकीना को इनकी बेटी खैरुन्निसा और उनकी नाती से सरोजनी नगर से वृद्ध आश्रम में जाकर मिलाया बहुत करुणामई दृश्य था मां बेटी नाती मिलकर फूट-फूटकर रोने लगे पिछले 3 महीने से मां सकीना ने बहुत थोड़ा सा खाया था जिससे वह जीवित रह सके हर समय रोती रहती थी कि मुझे मेरी बेटी से मिला दो आज इतना सुकून मिला बिछड़े परिवार से मां को मिलाकर यह बताया नहीं जा सकता शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता फिर मां सकीना बेटी खैरुन्निसा और नाती को लेकर हम लोग इनके घर तक इनको पहुंचा कर आए कार के शीशे से देखती भी एक तस्वीर आप देखेंगे कितना सुकून मां की आंखों में नजर आ रहा है अपने परिवार से मिलकर ईश्वर अल्लाह से प्रार्थना है की मां खैरुन्निसा को हमेशा स्वस्थ और खुश रखे मुझे याद आ रहा है कि रात को जब 11: 30 बजे 3 महीने पूर्व जब मां सकीना को लेकर हम अपनी गाड़ी से जा रहे थे कार में इनको उल्टियां होनी शुरू हुई यह अपने हाथ से साफ कर रही थी और बार-बार कह रही थी बेटा उल्टी हो गई किसी भी लावारिस को जब हम अपनी कार में कहीं लेकर जाते हैं तो उल्टी रूपी प्रसाद जरूर हमें मिलता है हमें कोई फर्क नहीं पड़ता ईश्वर का आशीर्वाद है हमारे लिए किसी भी वास्तविक सच्ची सेवा के लिए संपर्क करें एक कोशिश ऐसी भी चेयरपर्सन वर्षा वर्मा 8 31819 3805 सेवा फाउंडेशन अध्यक्ष सॉन्ग दीपक महाजन 9450111 567 वर्तमान न्यूज़ आशीष पांडे की रिपोर्ट