<no title>112 के हर कॉल पर थाना भी करेगा पूरी कार्रवाई

यूपी100 के पिछले 3 साल में आई कॉल डाटा व कार्य की समीक्षा की गई तो यह पाया गया कि जहाँ नागरिकों की यूपी100 से संतुष्टि थी , वहीं कई मामलों में थानों द्वारा की अग्रिम कार्रवाई का भी सम्पूर्ण सेवा चक्र में एक अति महत्वपूर्ण स्थान पाया गया । 


इसी से आपातकालीन मामलों में थाना स्तर को और सुदृढ़ एवं समन्वित बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया ।
 नागरिक की संतुष्टि को लक्ष्य सिद्ध करते हुए , सॉफ्टवेयर मैं यह •पीआरवी की कार्रवाई के बाद SHO प्रावधान किया गया है कि पीआरवी की कार्रवाई के उपरांत SHO भी इस भी रिपोर्ट देंगे कार्रवाई की रिपोर्ट अंकित करें ।
 वरिष्ठ अधिकारी इस पूर्ण कार्रवाई की गुणवक्ता • SHO की एंट्री 112 सेंटर के सर्वर पर का विशेष आँकलन करेंगे और उनके स्तर से सम्पूर्ण प्रयास होगा कि ज्यादा से अपडेट होगी • यरित अधिकारी द्वारा पर्यवेक्षण किया ज्यादा शिकायतकर्ताओं पूर्ण रूप से संतुष्ट हों । जाएगा । 
इसका मतलब यह नहीं कि हर केस में FIR . की जरूरत पड़ेगी । यदि दो पड़ोसियों का झगड़ा हुआ तो FIR  एनसीआर 151 की गिरफ्तारी या मात्र काउंसलिंग और दोनों पक्षों का फैसला , सभी विकल्प हो सकते हैं । यह थानाध्यक्ष को तय करना है की किस परिस्थिति में क्या उपयुक्त होगा । इसके लिए हर थाने पर कनेक्टिविटी व सॉफ्टवेयर स्थापित किया गया है , जिस पर थाना अध्यक्ष एंट्री करेंगे जो लखनऊ स्थित 112 सेंटर के सर्वर पर अपडेट होगी । डीजीपी ओ . पी . सिंह ने प्रदेश के 04 जनपदों ( बलरामपुर , मुजफ्फरनगर , कानपुर देहात और | कहा , " हमारा प्रयास है कि अयोध्या ) में इस व्यवस्था का पिछले 1 सप्ताह परीक्षण किया गया और अब यहां उपयुक्त विधिक कार्यवाही के समस्त थानों में यह सुचारू रूप से चल रहा है । इस प्रकार इसके सफल कर हम नागरिकों को बेहतर ट्रायल हो चुके हैं और इसे सभी जनपदों में अब शुरू किया जाएगा । संतुष्टि दे सकें । " - 


असीम अरुण ADG , UP100 .


वर्तमान न्यूज़ से आशीष पांडे की रिपोर्ट