उत्तर प्रदेश
कानपुर
कानपुर।पत्रकारिता में सरकारी कठोर नियमावली न होने से पत्रकारिता के स्तर में लगातार गिरावट आने लगी है जो पत्रकार अन्याय के खिलाफ अपनी आवाज मुखर करके अपनी कलम की धार से आम जनमानस को न्याय दिलाता था आज उसी समाज में पत्रकारिता का चोला ओढ़कर कुछ तथाकथित पत्रकार क्राइम व जराइम करने वालो की पैरवी करने में लगे हैं शायद उनके घर का चूल्हा इन्हीं अपराधिक गतिविधियों में लिप्त लोगों द्वारा दी गई रकम से जलता होगा लेकिन जागरुक पत्रकार समाज को अपनी पैनी नजर से ऐसे लोगों पर कार्यवाही करानी होगी नहीं तो वह वक़्त दूर नहीं जब इन नशे के कारोबारियों का अगला शिकार आपका अपना भविष्य अर्थात आपका अपना बच्चा होगा ऐसे में सवाल उठता है कि पत्रकारिता का चोला ओढ़कर क्राइम व जराइम को संरक्षण देने वाले तथाकथित पत्रकारों को कौन संरक्षण दे रहा है बीती रात एक ऐसी ही घटना ने एक बार फिर पत्रकार समाज का नेतृत्व करने वालों के लिए कई सवाल खड़े कर दिए हैं मामला कुछ इस तरह से था कि किदवई नगर थाना क्षेत्र की रहने वाली शबीना उम्र 14 काल्पनिक नाम को क्षेत्र में बिकने वाले स्मैक विक्रेताओं द्वारा नाबालिग के साथ छेड़छाड़ की गई व उनके घर के बाहर खड़े होकर भद्दी-भद्दी गालियां दी जिसकी शिकायत पीड़ता ने थाना किदवई नगर को लिखित में शिकायती पत्र देकर की लेकिन स्मैक तस्करों का संरक्षण देने वाले कथित पत्रकार लगातार 10 घंटे तक पीडिता को शिकायती पत्र बदलने के लिए दबाव बना रहे थे हैं हाला कि किदवई नगर थाना प्रभारी राजेश पाठक ने दबाव बनाने वाले कथित पत्रकारों को थाने से डाट कर भगा दिया और मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एफ आई आर दर्ज कर आरोपी को जेल भेज दिया ।